जा मछली पकड़

कंपनी ने एक नया सेल्समेन हिरे किया. सेल बढ़ने लगी दिन-दुगनी , रात चौगुनी।
मालिक ने सोचा इस लड़के से मुझे मिलना है , मालिक शोरूम पर आया , उसने देखा ,
लड़का एक कस्टमर को फिशिंग-रॉड बेच रहा था।
वह दूर खड़ा हो कर ही उसको कस्टमर से डील करते देखने लगा।
लड़के ने फिशिंग-रॉड बेच दी।
कस्टमर ने कहा कितने रुपये , लड़का बोलै Rs .800/-.

यह कहकर लड़के ने कस्टमर के शूज देखे और बोला, इतने महंगे शूज
पहनकर फिशिंग करने जायेंगे ?
एक स्पोर्ट शू भी खरीद लीजिये , कस्टमर ने स्पोर्ट शूज भी खरीद लिए।
अब लड़के ने कहा तालाब किनारे धुप में बैठना पड़ेगा , एक कैप भी खरीद लीजिये तो ठीक रहेगा,
कस्टमर ने कैप भी खरीद ली।
अब लड़के ने कहा , मछली पकड़ने में बहुत इंतज़ार करना पड़ेगा ,
कुछ खाने लायक , वफर ,बिस्किट्स , भी ले जाईये ,

कस्टमर ने वह भी खरीद लिए।
लड़का बोला मछली पकड़ेंगे तो रखेंगे कहाँ ?
यह एक Rs.100/- की बास्केट भी ले लीजिये ,
कस्टमर ने वह भी खरीद ली।
अब टोटल बिल बना Rs.2000/- का।
मालिक बहुत खुश हुआ।
उसने लड़के को बुलाया और कहा , तुम तो कमल के सेल्समेन हो। वह आदमी फिशिंग-रॉड खरीदने आया… और तुमने
उसे इतना सारा सामान बेच दिया , वैरी गुड।
लड़का बोला , वह आदमी तो
“Carefree Sanitary Pack” खरीदने आया था ,
मैंने कहा , चार दिन तू घर पर क्या करेगा ,
जा मछली पकड़ “.

Author: Hemant Katuke